बिहार में बढ़ा खतरा बाढ़ का:कोसी, लाल गंगा भी उफनाई, गंडक, बूढी गंडक हुईं खतरे के निशान पार; बागमती अभी खतरे के निशान से 2 मीटर नीचे, प. चंपारण व मुजफ्फरपुर के कई क्षेत्रों में सड़क संपर्क टूटा
बिहार में बढ़ा खतरा बाढ़ का:कोसी, लाल गंगा भी उफनाई, गंडक, बूढी गंडक हुईं खतरे के निशान पार; बागमती अभी खतरे के निशान से 2 मीटर नीचे, प. चंपारण व मुजफ्फरपुर के कई क्षेत्रों में सड़क संपर्क टूटा
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जून 18, 2021
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भगवान राम के 10 प्रमुख पूर्वजों (पुरवाजों) का उल्लेख रामायण और पुराणों में मिलता है। भगवान राम सूर्यवंशी (इक्ष्वाकु वंश) के राजा थे। नीचे उनके दस पूर्वजों के नाम वंशानुक्रम में दिए गए हैं, सबसे पहले से लेकर राम से ठीक पहले तक: इक्ष्वाकु – सूर्य के पुत्र, सूर्यवंश के प्रथम राजा। विकुक्षित – इक्ष्वाकु के पुत्र। कुक्क्षि – विकुक्षित के पुत्र। बाण – कुक्क्षि के पुत्र। अनरण्य – बाण के वंशज। त्रिशंकु – अनरण्य के वंशज, जो स्वर्ग तक शरीर सहित जाने के लिए प्रसिद्ध हैं। हरिश्चंद्र – सत्यवादी राजा, त्रिशंकु के पुत्र या वंशज माने जाते हैं। सगर – हरिश्चंद्र के वंशज, जिन्होंने 60,000 पुत्रों का यज्ञ कराया था। भगीरथ – सगर के वंशज, जिन्होंने गंगा को पृथ्वी पर लाने का प्रयास किया। अज – भगीरथ के वंशज और दशरथ के पिता। इसके बाद दशरथ (भगवान राम के पिता) आते हैं, और फिर स्वयं भगवान राम ।