Shayari-PoetryGhazals of Mehndi Hassanरफ्ता रफ्ता वो मेरी हस्ती का सामान हो गए Ghazals of Jagjeet Singhहोंठों से छू लो तुम,मेरा गीत अमर कर दो राहत इन्दोरी शायरीजय बोलो बेईमान की - पद्मश्री काका हाथरसी